हाँ फिर से ललकार करे हम,
हाँ फिर से ललकार करे हम,
हाँ फिर से ललकार करे ।
चिरकर सिना दुःशासनों का,
फिर से हम रक्तपान करे ।
हाँ फिर से ललकार करे …..
दुर्योधनों की जंघा को चीरे ,
फिर से रण चित्कार करे ।
कंंसो जरासंघो को काटे,
और तेरा जयजयकार करे ।
हाँ फिर से ललकार करे ……
कालखंड के चक्रों को भेदें,
दशाननों की नाभि को छेेदे ।
नयी समीधाओ की संरचना कर
हम फिर से हुंकार करे ।
हाँ फिर से ललकार करे …..